मेले का नाम — स्थान
रामनवमी मेला — अयोध्या में
शाकंभरी देवी का मेला — सहारनपुर में
गोविंद सागर मेला — अंबेडकरनगर में
राम बारात — आगरा
खिचड़ी मेला — गोरखपुर
श्रावणी मेला — फर्रुखाबाद
सोरो मेला — कासगंजरा
मनगरिया मेला — फर्रुखाबाद
कैलाश मेला — आगरा (प्रतिवर्ष श्रावण के तीसरे सोमवार को)
परिक्रमा मेला — अयोध्या
कबीर मेला — मगहर ( संत कबीर नगर में)
देवी पाटन मेला — बलरामपुर
कालिंजर मेला — बांदा
बल सुंदरी देवी मेला — अनूपशहर
गोला गोकर्ण नाथ मेला — लखीमपुर खीरी
ढाई घाट मेला — शाहजहांपुर
मकनपुर मेला — फर्रुखाबाद
देवा मेला — बाराबंकी
नौचंदी मेला — मेरठ
गढ़मुक्तेश्वर मेला — हापुड़
कुंभ मेला — प्रयाग
बटेश्वर मेला — आगरा
नैमिषारण्य मेला — नैमिषारण्य, सीतापुर
कम्पिल मेला — बांदा
सैयद सालार मेला — बहराइच
देवछठ मेला — दाऊजी ( मथुरा)
नवरात्रि मेला — आगरा
गोविंद साहब मेला — अतरौलिया (आजमगढ़)
प्रमुख महोत्सव
• आयुर्वेद महोत्सव – झांसी
• आगरा महोत्सव – आगरा
• बिठूर गंगा महोत्सव – कानपुर
• वरुणा महोत्सव – वाराणसी
• कजली महोत्सव – महोबा
• होली का महोत्सव – मथुरा
• त्रिवेणी महोत्सव – इलाहाबाद
• गंगा महोत्सव – वाराणसी
• वाराणसी पर्यटन उत्सव – वाराणसी
• लखनऊ महोत्सव – लखनऊ
महत्वपूर्ण याद रखने योग्य बाते
• उत्तर प्रदेश में प्रतिवर्ष लगभग 2250 मेले आयोजित किये जाते हैं ।
• सर्वाधिक मेले मथुरा (86), कानपुर – हमीरपुर (79), झांसी (78), आगरा (72) तथा फतेहपुर (70) में होते हैं।
• उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा प्रतिवर्ष लखनऊ, आगरा तथा वाराणसी नगरों में महोत्सव का आयोजन किया जाता है।
• हिन्दू – मुस्लिम एकता के प्रतीक “सुलहकुल उत्सव” का आयोजन आगरा में किया जाता है।
• अयोध्या परिक्रमा का आयोजन रामजन्मभूमि (अयोध्या) में किया जाता है।
• उत्तर प्रदेश में विश्व का सबसे बड़ा मेला कुम्भ मेला प्रयाग में लगता है।
• उत्तर प्रदेश में सबसे काम मेले पीलीभीत जिले में लगते हैं।
• दादरी के पशु मेले का आयोजन बलिया में किया जाता है।